Thursday, May 7, 2015

भेट एकदा ....

पाऊस जरा भेट ऐकदा ....
मोर पिसारा होऊन भेट
बेधुंद वारा होऊन भेट
गार गारा होऊन भेट
फक्त माझा होऊन भेट
भेट एकदा....
             .....bhavna 2015.may.

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